हरियाणा के स्कूलों में कक्षा 3 से पंजाबी भाषा लागू की जाए: प्रदेश अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह भट्टी


पंजाबी अध्यापक एवं भाषा प्रसार समिति हरियाणा की राज्य स्तरीय बैठक 8 मार्च को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैथल में प्रदेश अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह भट्टी के नेतृत्व में आयोजित की गई। इस बैठक में समिति के प्रदेश महासचिव श्री सुनील गोयल ने सबसे पहले सभी को महाशिवरात्रि एवं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए बैठक की शुरुआत की और बैठक का एजेंडा पढ़ा।कुरूक्षेत्र के जिला अध्यक्ष एवं समिति के तकनीकी समन्वयक,  श्री जगदीप मुल्तानी की देखरेख में तैयार की गई सोसायटी की वेबसाइट, फेसबुक पेज, ट्विटर अकाउंट, इंस्टाग्राम पेज और मेल आई. डी. को प्रदेश अध्यक्ष सरदार इंद्रजीत सिंह भट्टी और संरक्षक सरदार पूर्ण सिंह वड़ैच और अन्य कमेटी सदस्यों द्वारा लांच किया गया। प्रदेश अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह भट्टी ने कहा कि जल्द ही नए सत्र से हरियाणा प्रांत में त्रिभाषा सूत्र लागू होने जा रहा है। उन्होंने सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इसके लागू होने से जो छात्र पंजाबी और अन्य भाषाएं पढ़ना चाहते हैं उन्हें इसका पूरा फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रांत में 2010 की अधिसूचना के अनुसार पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा का दर्जा प्राप्त है, लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा के पंजाबी बोलने वाले क्षेत्रों के 1700 से भी ज्यादा ऐसे प्राथमिक विद्यालय हैं यहाँ बड़ी संख्या में बच्चे पंजाबी पढ़ने के इच्छुक हैं। उन्होंने मांग की कि हरियाणा प्रांत के स्कूलों में तीसरी कक्षा से पंजाबी भाषा पढ़ाई जानी चाहिए और हरियाणा के कार्यालयों के कार्यों में पंजाबी भाषा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कई पंजाबी शिक्षकों को विभागीय कमी के कारण पदोन्नत करने के पश्चात रिवर्ट कर दिया गया था और इन शिक्षकों के पक्ष में माननीय उच्च न्यायालय का फैसले भी आ चुका है इसके बावजूद भी वे अभी भी पदोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने सरकार और विभाग से मांग की कि अन्य विषयों की भाँति योग्य पंजाबी अध्यापकों की वरिष्ठता सूची तयार कर अतिशीघ्र पदोन्नति दी जाए। उन्होंने मांग की कि पंजाबी शिक्षकों और प्रवक्ताओं के पदों को तबादलों के समय केपट न रखा जाए और सभी रिक्त पदों पर नियमित शिक्षकों की भर्ती की जाए और पंजाबी शिक्षकों की चल रही भर्ती प्रक्रिया के परिणाम चुनाव आचार संहिता घोषित होने से पहले घोषित किए जाएं और अध्यापकों को विद्यालयों में जॉइन करवाया जाए। इस दौरान उन्होंने समिति के पूर्व में किये गए कार्यों का मूल्यांकन करते हुए अपनी रिपोर्ट पढ़ी और सभी पंजाबियों से मातृभाषा के प्रचार-प्रसार के लिए जुटने की अपील की। समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डाॅ. गुरदीप ने सी. एंड वी.  पंजाबी अध्यापकों को टी.जी.टी कैडर में शामिल करने की माँग की और कहा कि जिन शिक्षकों के तीसरी ए.सी.पी. मामले 50% से कम अंक आने के कारण रुके हुए हैं, विभाग ऐसे केस दोबारा मंगवाकर पीड़ित अध्यापकों जल्द से जल्द इसका लाभ दे। पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. बलविंदर सिंह हुकमावली एवं राज्य कमेटी संयोजक नायब सिंह मंडेर ने बोलते हुए विद्यार्थियों को विद्यालयों में पंजाबी पढ़ने के लिए प्रेरित करने और विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने की बात कही। सोसायटी के वित्त सचिव बलवीर सिंह ने वित्तीय व्यवस्थाओं पर चर्चा की और विद्यालयों में पंजाबी पाठ्यक्रम में सुधार करने पर जोर दिया। सोसायटी के संरक्षक सरदार पूर्ण सिंह वड़ैच ने सोसायटी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान में हमारी नई पीढ़ी पंजाबी भाषा को आधुनिक बनाने के लिए कड़ी मेहनत और लगन से काम कर रही है, जिसका सबसे बड़ा प्रमाण इसकी अपनी वेबसाइट का लॉन्च होना है और जनसंचार माध्यमों के माध्यम से विश्व स्तर पर अपनी आवाज उठाना है। इस दौरान राज्य कमेटी सदस्य डाॅ. अशोक लांबा अम्बाला, डाॅ. ईश्वर सिंह पानीपत, डाॅ. कुलविंदर सिंह पदम फतेहाबाद, गुरुमीत सिंह जींद, तविंदर सिंह धनोआ रोहतक, नछत्तर कौर हिसार, डाॅ. गुरदीप सिंह करनाल और कुरूक्षेत्र जिला अध्यक्ष जगदीप मुल्तानी, कैथल जिला अध्यक्ष बलविंदर सिंह सराओं, सिरसा जिला अध्यक्ष गुरतेज सिंह, फतेहाबाद जिला अध्यक्ष कश्मीर सिंह, रोहतक जिला अध्यक्ष मोहिता अरोड़ा, यमुनानगर जिला अध्यक्ष इंद्रवीर सिंह सहित सभी जिलों ने अपनी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और पंजाबी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए अथक प्रयास करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। सोसायटी के तकनीकी समन्वयक जगदीप सिंह एवं सोशल मीडिया सचिव डाॅ. कुलविंदर पदम ने पंजाबी पढ़ने वाले विद्यार्थियों व अध्यापकों का डाटा तकनीकी रूप में तैयार करने का आग्रह किया तथा संगठन को तकनीकी रूप से मजबूत करने का आग्रह किया। अंत में कुलदीप सिरसा ने पंजाबी मातृभाषा को समर्पित एक गीत गाकर खूब समय बाँधा। इस मौके पर प्रदेश कमेटी के अन्य सदस्य, कुरूक्षेत्र से सह सचिव इंद्रजीत सिंह, मनप्रीत कौर, कंवलजीत कौर, कैथल से भूपिंदर सिंह, गुरबाज सिंह, हीरा सिंह, सुखवंत लखोत्रा, लफटेन सिंह, यमुनानगर से लखबीर सिंह, अंबाला से डाॅ. जसपाल सिंह, रोहतक से सोनू शर्मा, सिरसा से दलजीत सरां, फतेहाबाद से बूटा सिंह सहित बड़ी संख्या में अन्य समिति सदस्य उपस्थित थे। इस मीटिंग में विदेश में बैठे समिति के सलाहकार रणजीत सिंह ढिल्लों ऑनलाइन माध्यम से विशेष रूप से जुड़े।

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